संकल्प शिक्षा
न्म्त्य का नवीन संकल्प “'! शिक्षा दृढ़
संकल्प समर्पण त्याग करना सिखाती है, जीवन में क्या
गलत क्या सही का पाठ पढ़ाती है, आओ करे संकल्प
बच्चों को ज्ञानी बनाएंगे, अपने भारत को
सोने की चिड़िया सा चमकाएंगे! '* !! भारत के एक
जिम्मेदार नागरिक होने के नाते सर्वप्रथम हमारा कर्तव्य बनता है हम सरकार के सभी
आदेशों का पालन करें,
अनुशासित रहे। प्रत्येक बच्चा अद्वितीय है।
शिक्षा का उद्देश्य बच्चे की गुप्त प्रतिभा को ढूंढना तथा उस प्रतिभा को
बाहर लाने में मदद करना है, इसके साथ हम
विश्वास करतें है, संस्कृति की
जड़ों को मजबूत करना भी शिक्षा का
लक्ष्य है ताकि बच्चे बड़े होकर अपनी सांस्कृतिक जड़ो से जुड़े रहे। भारतीय संस्कृति
का एक सूत्र कथन है '“तमसो मा
ज्योतिर्गमय '' अंधकार से उजाले
की ओर ले जाने में शिक्षा का बहुत बड़ा योगदान है। भारतीय परंपरा मे शिक्षा को शरीर ओर आत्मा के
विकास द्वारा मुक्ति का साधन भी माना गया है। शिक्षा मानव को उस सोपान पर ले जाती
है जहां व्यक्ति अपने समग्र व्यक्तित्व का विकास कर सकताहै। अच्छी आदत और
चरित्र के विकास के लिए स्कूल के वर्ष महत्वपूर्ण है शिक्षा का उद्देश्य बच्चों
में गुणों के साथ-साथ समाज में श्रेष्ठ व्यक्तित्व का निर्माण करना है।
इस कड़ी में हमारी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी बच्चों के प्रति सुरक्षा की भी है।
बच्चे देश के भावी निर्माता होते हैं, इन बच्चों को तनाव से दूर रख कर सुरक्षित
वातावरण में शिक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी हम सब की होनी चाहिए इसके लिए
सरस्वती विहार स्कूल की एक और शाखा “सरस्वती विहार
गर्ल्स स्कूल'' 2020 से लगातार कार्य
कर रही है आप सब की सहभागिता आवश्यक है आप सबका सहयोग हमें आगें बढ़ाने के लिए
प्रेरित करता रहेगा।